Bajaj Finance’s ‘eCOM’ and ‘Insta EMI Card’ Loans Halted: RBI’s निर्देशित डिजिटल ऋण Guidelines

RBI ने Bajaj Finance को यह निर्देश दिया है कि वह अपने ‘eCOM’ और ‘Insta EMI Card’ के माध्यम से ऋण (Loan) जारी करना बंद करें (Bajaj Finance’s ‘eCOM’ and ‘Insta EMI Card’ Loans Halted), क्योंकि इनमें मूल्य, शुल्क और वसूली विधियों को बयान करने वाली मुख्य वक्तव्य (Main Statement) में काफी समस्याएँ है।

Bajaj Finance’s ‘eCOM’ and ‘Insta EMI Card’ Loans Halted

यह सेंट्रल बैंक (Central Bank of India) द्वारा पिछले एक साल में जारी की गई अपनी डिजिटल ऋण दिशानिर्देशिका (digital lending money guidelines) के तहत लिया गया पहला महत्वपूर्ण कदम है। डिजिटल ऋणों (digital lending money) की वृद्धि के बाद इसे निगरानी में लाया गया है, जिसके चलते अनधिकृत ऋण (Unauthorized Loan app) ऐप्स और कम-मूल्य के डिजिटल ऋणों में अवधारणाओं (perceptions) की चर्चा हो रही है।

Insta EMI Card की लिमिट

Insta EMI कार्ड सीधे जनरेट किए जाते हैं और इसमें प्रारंभिक आवेदन और मंजूरी की आवश्यकता नहीं होती है। EMI कार्ड ग्राहक को प्री-मंजूरित ऋण सीमा (Pre-Approved Loan Limit) तक पहुंचने में मदद करता है, जो 2 लाख रुपये तक का है, जो 1.5 लाख ऑनलाइन और ऑफ़लाइन स्टोर में इस्तेमाल किये जा सकते हैं।

RBI Asks Bajaj Finance To Stop Disbursals Under Its Products ‘eCOM’ & ‘Insta EMI Cards’ | CNBC TV1

RBI द्वारा लागू की Guidelines के पैरामीटर

RBI ने पिछले साल अपनी डिजिटल ऋण दिशानिर्देशिका (Digital Lending guidelines) लागू की थी, जिसमें उधारदाताओं (borrowers) को 15 पैरामीटरों में जानकारी प्रदान करने के लिए काहा जाता है, जिसमें कि ऋण राशि (loan amount), ब्याज शुल्क (interest charges), शुल्क (fee/processing fee), बीमा शुल्क (insurance), वित्तपोषित राशि (disbursed amount), उधारकर्ता द्वारा देने वाली राशि (Amount to be paid), वार्षिक प्रतिशत दर (annual interest rate), और कितने किस्तों (total instalments) में राशि प्रदान करेंगे, यह सब बातों के बारे में पूछा जाता है।

यह कदम क्यों जरूरी थाः RBI

RBI का कहना है कि यह कदम इसलिए भी आवश्यक है क्योंकि कंपनी ने RBI की डिजिटल ऋण दिशानिर्देशिका के मौजूदा प्रावधानों (Extant provisions) का पालन नहीं किया है, विशेष रूप से इन दो ऋण (eCOM and Insta EMI Card) उत्पादों के तहत उधारकर्ताओं को KFS (Key Fact Statements) जारी नहीं किया है और कंपनी द्वारा संचित (Sacntioned) अन्य डिजिटल ऋणों के लिए जारी किए गए KFS में भी काफी कमियाँ पाई गई हैं।

कंपनी का दावा

Bajaj Finance का कहना है, “कंपनी पहले से ही उन दो ऋण उत्पादों के तहत बुक किए जाने वाले ऋणों के लिए KFS जारी कर रही है। हालांकि, RBI द्वारा उठाए गए संदेहों के आधार पर, कंपनी KFS की एक विस्तृत समीक्षा करेगी और आवश्यक सुधार कार्रवाई करेगी। (the company will undertake a detailed review of KFS and implement requisite corrective actions)” कंपनी (Bajaj Finance) ने यह भी दावा किया है कि वह Insta EMI कार्ड और ई-कॉमर्स के तहत दिये जाने वाले ऋणों पर रोक लगा देगी और आगे इसके तहत कोई नया ऋण नहीं देगी और न ही ऐसा करने से कंपनी को कोई भौतिक नुक्सान होने वाला है।

विशेषज्ञ

हालांकि यह RBI द्वारा नियमिता मुद्दों के कारण किसी ऋण दाता (Borrower) की सेवाओं को प्रतिबंधित करने का यह पहला मौका नहीं है। पहले भी, RBI ने कार्ड नेटवर्क्स मास्टरकार्ड और अमेरिकन एक्सप्रेस को डेटा को स्थानीय बनाने के लिए कार्ड जारी करने से रोक लगाई थी। HDFC बैंक को भी ऑनलाइन अस्थिरताओं (Online Outages) को ठीक करने तक नए कार्डधारकों को शामिल करने और नए डिजिटल सेवाओं की शुरुआत करने की अनुमति नहीं थी। हाल ही में, बैंक ऑफ बड़ौदा (Bank of Baroda) को नई ग्राहकों को उनके मोबाइल ऐप बॉब वर्ल्ड (Bob World) में शामिल करने से रोक लगाई गई थी।

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